सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को। सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को।
या खुद अपनी मर्ज़ी से यह भगवान बिक रहा है। या खुद अपनी मर्ज़ी से यह भगवान बिक रहा है।
ये हादसों का दौर है ये हादसों का दौर। गर ना हो जीवन में तो हादसों से,सबक लेगा कौन? ये हादसों का दौर है ये हादसों का दौर। गर ना हो जीवन में तो हादसों से,सब...
अँधेरे कोने में मन के कुंडली मार के बैठा दुःख मुस्कुराता मुझे देख देख के अँधेरे कोने में मन के कुंडली मार के बैठा दुःख मुस्कुराता मुझे देख देख के
जब से आया हूँ तेरे जहां में, सिर्फ आंसू ही मैं पी रहा हूँ । जब से आया हूँ तेरे जहां में, सिर्फ आंसू ही मैं पी रहा हूँ ।
। उन्होंने कहा कि यह गुब्बारा है और पूछा कि यह कैसे उड़ता है। उन्होंने पूछा, "क्या एक क । उन्होंने कहा कि यह गुब्बारा है और पूछा कि यह कैसे उड़ता है। उन्होंने पूछा, "क्...